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हर्निया क्या होता है इसके लक्षण, कारण, प्रकार और इलाज (Hernia: Symptoms, Causes and Treatment in Hindi)

हर्निया क्या होता है यह जानने से पहले यह समझना जरूरी है कि यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर के अंदरूनी अंग या ऊतक कमजोर मांसपेशियों की दीवार से बाहर निकल आते हैं। क्लीवलैंड क्लिनिक के अनुसार, यह एक आम समस्या है जो किसी भी उम्र में हो सकती है। विशेष रूप से पेट और जांघ के क्षेत्र में यह समस्या अधिक देखी जाती है। आज के समय में हर्निया की समस्या तेजी से बढ़ रही है जिसका मुख्य कारण हमारी बदलती जीवनशैली है।

आज के इस ब्लॉग में हम हर्निया से जुड़ी हर प्रकार की जानकारी को जानेंगे जैसे हर्निया क्या होता है, हर्निया के क्या लक्षण होते हैं और हर्निया का क्या इलाज होता है। 

हर्निया क्या होता है? (Hernia in Hindi)

हर्निया एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर के आंतरिक अंग या ऊतक, जैसे आंतें या वसा, मांसपेशियों की कमजोर दीवार से बाहर निकल आते हैं। कोलंबिया सर्जरी के अनुसार, यह पेट की मांसपेशियों में एक कमजोर बिंदु या छिद्र के कारण होता है। इससे त्वचा के नीचे एक उभार दिखाई देता है जो खड़े होने या खांसने पर अधिक स्पष्ट हो जाता है।

हर्निया कैसे होता है, यह समझना महत्वपूर्ण है। जब हमारी शरीर की मांसपेशियां कमजोर होती हैं या उनमें कोई छेद हो जाता है तो आंतरिक अंग इस कमजोर स्थान से बाहर की ओर धकेल दिए जाते हैं। यह स्थिति धीरे-धीरे विकसित हो सकती है या अचानक भी हो सकती है।

हर्निया के प्रकार (Types of Hernia in Hindi)

हर्निया का प्रकार इस बात पर निर्भर करता है कि शरीर के कौन से हिस्से में यह समस्या हो रही है और किस अंग या ऊतक पर इसका प्रभाव पड़ रहा है। प्रत्येक प्रकार के हर्निया के अपने विशेष लक्षण और जोखिम होते हैं, जिन्हें समय पर पहचानना और उपचार करना बेहद आवश्यक है। आइए हर्निया के विभिन्न प्रकारों को विस्तार से समझते हैं:

1. इंसिजनल हर्निया (Incisional Hernia)

यह सर्जरी के बाद होने वाला हर्निया है, जहां पेट की मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं। पेट की सर्जरी के बाद लगभग 15-20% लोगों में यह समस्या देखी जाती है। इसमें सर्जरी के निशान के पास से अंग बाहर निकल आते हैं।

2. फेमोरल हर्निया (Femoral Hernia)

यह जांघ के ऊपरी हिस्से में होता है और महिलाओं में अधिक आम है। यह जटिल और खतरनाक हो सकता है क्योंकि इसमें आंत फंसने का खतरा अधिक होता है। पब मेड के अनुसार, इस प्रकार के हर्निया में तत्काल चिकित्सा की आवश्यकता होती है।

3. अम्बिलिकल हर्निया (Umbilical Hernia)

नाभि के आस-पास होने वाला हर्निया, जो विशेष रूप से नवजात शिशुओं और गर्भवती महिलाओं में देखा जाता है। छोटे बच्चों में यह अक्सर स्वयं ठीक हो जाता है लेकिन वयस्कों में सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है।

4. हायटल हर्निया (Hiatal Hernia)

डायाफ्राम में छेद से पेट का कुछ हिस्सा छाती में चला जाता है। यह एसिड रिफ्लक्स का कारण बन सकता है और खाने-पीने में परेशानी पैदा कर सकता है। बुजुर्गों में यह अधिक आम है।

5. पेरिनियल हर्निया (Perineal Hernia)

पेल्विक क्षेत्र में होने वाला हर्निया। यह दुर्लभ प्रकार का हर्निया है जो आमतौर पर पेल्विक सर्जरी के बाद होता है।

हर्निया के कारण (Causes of Hernia in Hindi)

हर्निया के कई कारण हो सकते हैं:

• भारी वजन उठाना या गलत तरीके से वजन उठाना
• मोटापा और अस्वस्थ जीवनशैली
• लंबे समय तक खांसी या सांस संबंधी बीमारियां
कब्ज या मल त्याग में कठिनाई
• गर्भावस्था और प्रसव
• धूम्रपान और तंबाकू का सेवन
• अत्यधिक शारीरिक श्रम या व्यायाम
• आनुवंशिक कारण और जन्मजात कमजोरी
• पेट की सर्जरी का इतिहास
• कुपोषण और विटामिन की कमी

पुरुषों और महिलाओं में हर्निया के लक्षण (Symptoms of Hernia in Men and Women in Hindi)

पुरुषों में लक्षण:
• जांघ या अंडकोष में सूजन और दर्द
• भारी वजन उठाते समय तीव्र दर्द
पेट में दर्द और बेचैनी
• मूत्र त्याग में कठिनाई
• कमर दर्द
• बैठने में असुविधा

महिलाओं में लक्षण:
• पेट में गांठ या उभार
• जांघ में दर्द और जलन
• मासिक धर्म के दौरान असुविधा
• गर्भावस्था में बढ़ती परेशानी
• पेट में भारीपन
• मतली और उल्टी

हर्निया से होने वाले नुकसान (Complications of Hernia in Hindi )

पबमेड सेंट्रल  के अनुसार, अगर हर्निया का इलाज न किया जाए तो यह व्यक्ति के स्वास्थ्य पर गंभीर जटिलताएं पैदा कर सकता है। सही तरीके से इलाज न करने के कारण निम्नलिखित व्यक्ति को निम्नलिखित समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है:

• आंत का फंस जाना (स्ट्रैंगुलेशन)
• रक्त प्रवाह में बाधा
• गंभीर संक्रमण
• तीव्र दर्द और बेचैनी
• पाचन संबंधी समस्याएं
• जीवन के लिए खतरा

हर्निया का परीक्षण (Diagnosis of Hernia in Hindi)

1. अल्ट्रासाउंड (Ultrasound)

पेट की आंतरिक संरचनाओं की जांच के लिए सबसे पहले की जाने वाली जांच। यह सुरक्षित और दर्द रहित होती है।

2. सीटी स्कैन (CT Scan)

विस्तृत इमेजिंग के लिए उपयोग की जाती है। यह हर्निया के आकार और स्थिति का सटीक पता लगाती है।

3. एमआरआई (MRI)

जटिल मामलों में सटीक निदान के लिए की जाती है। यह मुलायम ऊतकों की विस्तृत जानकारी प्रदान करती है।

4. एक्स-रे (X-Ray)

प्रारंभिक जांच के लिए उपयोगी। यह आंतों में रुकावट का पता लगा सकती है।

5. एंडोस्कोपी (Endoscopy)

हायटल हर्निया की जांच के लिए विशेष रूप से उपयोगी। इससे पेट और ईसोफेगस की जांच की जाती है।

हर्निया का इलाज ( Hernia Treatment in Hindi)

हर्निया एक ऐसी समस्या है जिसका इलाज बहुत ही आवश्यक है। इसके इलाज को विभिन्न तरीकों से किया जा सकता है:

ओपन सर्जरी (Open Surgery)

• पारंपरिक सर्जरी विधि
• बड़े चीरे की आवश्यकता
• लंबी रिकवरी अवधि
• कुछ मामलों में बेहतर विकल्प

लेप्रोस्कोपिक प्रक्रिया (Laparoscopic Procedure)

• कम इनवेसिव सर्जरी
• छोटे छेद से ऑपरेशन
• तेज रिकवरी
• कम दर्द और जल्दी ठीक होने का लाभ

हर्निया सर्जरी के बाद रिकवरी (Recovery time of Hernia Surgery)

नैशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसन  के अनुसार मरीज को रिकवरी के लिए निम्नलिखित महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना अत्यंत आवश्यक है:

• 4-6 सप्ताह का पूर्ण आराम
• धीरे-धीरे सामान्य गतिविधियों में वापसी
• भारी वजन उठाने से बचें
• नियमित चेकअप
• सही आहार का पालन
• व्यायाम में सावधानी

हर्निया को रोकने के उपाय (Prevention of  Hernia in Hindi)

हर्निया से बचने के लिए किसी भी व्यक्ति को निम्नलिखित जीवनशैली को अपनाना चाहिए:

• स्वस्थ वजन बनाए रखें
• नियमित व्यायाम करें
• धूम्रपान छोड़ें
• सही तरीके से वजन उठाएं
• संतुलित आहार लें
• पेट की मांसपेशियों को मजबूत बनाएं
• कब्ज से बचें
• अत्यधिक दबाव से बचें

निष्कर्ष (Conclusion)

हर्निया एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है जिसका समय पर उपचार आवश्यक है। आधुनिक चिकित्सा पद्धतियों के कारण इसका इलाज अब पहले से कहीं अधिक सुरक्षित और प्रभावी हो गया है। सही जीवनशैली और सावधानियों से इससे बचा जा सकता है। यदि आप हर्निया के लक्षण महसूस करें तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।

Frequently Asked Questions (FAQs)

हर्निया के लिए क्या घरेलू इलाज किए जा सकते हैं?

आराम और हल्का व्यायाम मदद कर सकता है लेकिन स्थायी इलाज के लिए सर्जरी आवश्यक है। घरेलू उपचार केवल अस्थायी राहत प्रदान कर सकते हैं।

क्या हर्निया से कोई गंभीर समस्या हो सकती है?

हां, अनुपचारित हर्निया जानलेवा हो सकता है। स्ट्रैंगुलेशन और गैंगरीन जैसी जटिलताएं हो सकती हैं।

हर्निया का ऑपरेशन कब कराना चाहिए?

जब दर्द या असुविधा बढ़ने लगे या डॉक्टर द्वारा सलाह दी जाए। देरी करना खतरनाक हो सकता है।

हर्निया ऑपरेशन के बाद होने वाली संभावित परेशानियां?

संक्रमण, दर्द या पुनर्वृत्ति हो सकती है। कुछ मामलों में मेश से संबंधित समस्याएं भी हो सकती हैं।

हर्निया के लिए क्या योग किया जा सकता है?

हल्के आसन डॉक्टर की सलाह से किए जा सकते हैं। सूर्य नमस्कार और प्राणायाम लाभदायक हो सकते हैं।

हर्निया के बाद क्या सावधानियां बरतनी चाहिए?

भारी वजन न उठाएं, नियमित चेकअप करवाएं और स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं।

हर्निया में दर्द कहाँ होता है?

आमतौर पर पेट या जांघ में दर्द होता है। स्थान हर्निया के प्रकार पर निर्भर करता है।

हर्निया फटने से क्या होता है?

यह एक आपातकालीन स्थिति है जिसमें तुरंत सर्जरी की आवश्यकता होती है। इससे जान का खतरा हो सकता है।

हर्निया को ठीक करने का सबसे तेज़ तरीका क्या है?

लेप्रोस्कोपिक सर्जरी सबसे तेज रिकवरी प्रदान करती है। यह न्यूनतम इनवेसिव प्रक्रिया है।

हर्निया का नार्मल साइज कितना होता है?

यह व्यक्ति और हर्निया के प्रकार पर निर्भर करता है। छोटे से लेकर बड़े आकार तक हो सकता है।


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