Breast Cancer Symptoms Causes Treatment In Hindi

ब्रेस्ट कैंसर क्या है: जानें इसके लक्षण, कारण, इलाज

विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, स्तन कैंसर महिलाओं में सबसे आम कैंसर है। यह तब होता है जब स्तन की कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं और एक गांठ बनाती हैं। हालांकि हर स्तन की गांठ कैंसर नहीं होती, फिर भी किसी भी तरह के ब्रैस्ट कैंसर सिम्पटम्स जैसे की गाँठ या रिसाव को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। स्तन कैंसर पुरुषों में भी हो सकता है, लेकिन यह बहुत कम होता है। नियमित जांच और डॉक्टर की सलाह लेना ब्रैस्ट कैंसर के जोखिम को कम करने का सबसे अच्छा तरीका है।

ब्रेस्ट कैंसर क्या होता है (What is Breast Cancer in Hindi?)

स्तन कैंसर एक ऐसी बीमारी है जिसमें स्तन की कोशिकाएं अनियंत्रित तरीके से बढ़ने लगती हैं। ये कोशिकाएं मिलकर एक गांठ बनाती हैं जो धीरे-धीरे बड़ी होती जाती है। कई बार, ये कोशिकाएं शरीर के अन्य हिस्सों में भी फैल सकती हैं। हालांकि ब्रैस्ट कैंसर के सिम्पटम्स ज्यादातर महिलाओं को प्रभावित करता है, लेकिन पुरुष भी इससे पीड़ित हो सकते हैं।

ब्रेस्ट कैंसर की कितनी स्टेज होती हैं (Breast Cancer Stages in Hindi)

ब्रैस्ट कैंसर की 5 स्टेजेस होती है। स्तन कैंसर को पांच स्टेज ों में बांटा गया है, जिन्हें 0 से IV (या 0-4) तक नंबर दिया गया  है। स्टेज जितनी कम होगी , ब्रैस्ट कैंसर का इलाज और उस पर काबू पाना उतना ही आसान होगा. स्तन कैंसर के स्टेज ों के बारे में ज़्यादा जानकारीः

स्टेज 0

गैर आक्रामक स्टेज- इसमें ब्रैस्ट कैंसर का इलाज आसान हो जाता है और ज्यादा मुश्किल भी नहीं आती हैं। 

स्टेज 1

स्तन कैंसर में गांठ 2 सेमी से कम होती है जिसका पता मैमोग्राफी या सोनोग्राफी  द्वारा लगाया जाता है। इसके बाद ट्रीटमेंट केलिए सर्जरी ,कीमोथेरपी, रेडिएशन और हार्मोनल थेरेपी  दी जाती है। इस स्टेज के  स्तन कैंसर में सर्जरी और कीमोथेरपी से 95% महिलाओं को स्तन कैंसर से पुन: संक्रमित होने से रोकने में मदद करती है।

स्टेज 2

 स्तन कैंसर में गांठ 2 cm से बड़ी होता है और वह बगल तक पोहोच जाती है और 80% रोगियों में इसका इलाज किया जा सकता है। इसमें पहले डॉक्टर दवा या कीमो के द्वारा गाँठ को छोटा किया जाता है उसके बाद सर्जरी ,रेडिएशन और दवाइयों से इलाज किआ जाता है ।

स्टेज 3

 स्तन कैंसर में गांठ 5 cm से बड़ा होता है , इसमें बगल में या गले की यहाँ गाँठ हो सकती है और 60% रोगियों में इसका इलाज किया जा सकता है। इसमें भी कीमोथेरपी ,सर्जरी, रेडिएशन , हार्मोनल थेरेपी और टार्गेटेड थेरेपी  से इलाज किया जाता है।

स्टेज 4

स्तन कैंसर में गांठ हड्डियों, फेफड़ों, यकृत और मस्तिष्क में फैलता है पर आप घबराइयेगा नहीं , आज कल advanced ट्रीटमेंट के कारण मरीज इसे काबू में रख सकता है पर इसकी जानकारी केलिए आप आपके डॉक्टर की सलाह जरूर ले।

ब्रेस्ट कैंसर के प्रकार (Breast Cancer Types in Hindi)

ब्रैस्ट कैंसर के लक्षण दो प्रकार के स्तन कैंसर में पायी जाती है।  या तो ये इनवेसिव होते है जो तेजी से फैलते है या फिर नॉन-इनवेसिव होते है जो धीरे धीरे बढ़ता है।  आइये पढ़ते है इस दोनों के बारें में –

इन्वेसिव (तेजी से फैलने वाला)

इन्वेसिव स्तन कैंसर वह होता है जब कैंसर कोशिकाएं स्तन के ऊतकों को पार कर जाती हैं और शरीर के अन्य हिस्सों में फैलने लगती हैं। यह स्तन कैंसर का सबसे आम प्रकार है। इसे आक्रामक स्तन कैंसर भी कहा जाता है।

नॉन-इन्वेसिव (धीरे धीरे फैलने वाला)

नॉन-इन्वेसिव स्तन कैंसर वह होता है जब कैंसर कोशिकाएं स्तन के ऊतकों में रहती हैं और आसपास के ऊतकों में नहीं फैलती हैं। इसे सीटू कैंसर भी कहा जाता है। इसे जल्दी पकड़ने पर पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है।

ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण क्या हैं? (Breast Cancer Symptoms in Hindi)

स्तन कैंसर के सबसे आम लक्षण हैं स्तन या बगल के क्षेत्र में गांठ। जिसे स्तन में एक गाढ़े टिश्यू के रूप में देखा जा सकता है। कभी कभी यह मुश्किल हो जाता है। प्रत्येक व्यक्ति में ब्रैस्ट कैंसर के लक्षण अलग-अलग दिख सकते हैं और यह आपके स्तन कैंसर के स्टेज  पर निर्भर हो सकता है।  छोटे, शुरुआती स्टेज के स्तन कैंसर में शायद ही कभी लक्षण दिखाई देते हैं। ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण और उपाय में शामिल हैं:

  • स्तन या बगल के क्षेत्र में लगातार दर्द होना
  • स्तन की त्वचा का लाल होना
  • स्तन में कठोर और दर्द रहित गांठ होना
  • एक या दोनों निपल्स पर दाने होना
  • स्तन के आकार में बदलाव होना
  • निप्पल से तरल डिस्चार्ज होना जिसमें ब्लड हो सकता है
  • स्तन या निप्पल में जलन या सिकुड़न होना

ब्रेस्ट कैंसर के कारण (Breast Cancer Causes in Hindi)

ब्रेस्ट कैंसर कैसे होता है या ब्रेस्ट कैंसर क्यों होता है इसका सटीक कारण अभी भी स्पष्ट नहीं है। लेकिन कुछ जोखिम कारक इसकी अधिक संभावना बनाते हैं। आप इसके निम्नलिखित जोखिम कारक को पढ़ सकते हैं।

  • उम्र: स्तन कैंसर का खतरा उम्र के साथ बढ़ता जाता है।
  • आनुवंशिकी: यदि आपके परिवार में किसी को स्तन कैंसर हुआ है या हुआ था , तो व्यक्ति में स्तन कैंसर विकसित होने की संभावना बढ़ जाती है।
  • स्तन कैंसर या स्तन गांठ का इतिहास: जिन महिलाओं में पहले स्तन कैंसर का निदान किया जा चुका है , उनमें इस बीमारी के होने की संभावना अधिक होती है।
  • एस्ट्रोजेन और स्तनपान के लिए एक्सपोजर: एस्ट्रोजन के लिए विस्तारित जोखिम स्तन कैंसर के जोखिम को बढ़ाते है।
  • शरीर का वजन: मेनोपॉज के बाद अधिक वजन वाली महिलाओं में भी स्तन कैंसर के विकास का रिस्क हाई एस्ट्रोजन लेवल के कारण ज्यादा होता हैं,
  • शराब का सेवन: शराब के सेवन की नियमित और उच्च मात्रा स्तन कैंसर के विकास के जोखिम को बढ़ाती है।

ब्रेस्ट कैंसर की जांच कैसे होती है? (Breast Cancer Diagnosis in Hindi)

ब्रेस्ट कैंसर की जांच के लिए कई तरीके हैं। इनमें से कुछ हैं:

  • स्व-परीक्षण: हर महीने अपने स्तनों की जांच करें। किसी भी गांठ, सूजन या बदलाव पर ध्यान दें।
  • क्लिनिकल परीक्षण: डॉक्टर आपके स्तनों को जांचकर किसी भी असामान्यता को देख सकते हैं।
  • मैमोग्राफी: एक्स-रे का उपयोग करके स्तनों की तस्वीरें ली जाती हैं। यह स्तन कैंसर का पता लगाने का सबसे आम तरीका है।
  • अल्ट्रासाउंड: ध्वनि तरंगों का उपयोग करके स्तन की तस्वीरें ली जाती हैं। यह मैमोग्राफी के साथ मिलकर किया जाता है।
  • बायोप्सी: स्तन की गांठ से थोड़ा सा टुकड़ा निकालकर उसकी जांच की जाती है। यह यह पता लगाने का सबसे निश्चित तरीका है कि गांठ कैंसर है या नहीं।

ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम क्या हैं? (Risk Factor of Breast Cancer in Hindi)

ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम कई कारक पर निर्भर करते हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • आयु: बढ़ती उम्र के साथ जोखिम बढ़ जाता है।
  • परिवार का इतिहास: यदि परिवार में किसी को स्तन कैंसर रहा है, तो जोखिम बढ़ सकता है।
  • जीवनशैली: मोटापा, शराब का सेवन और शारीरिक गतिविधि का अभाव जोखिम बढ़ा सकते हैं।
  • हार्मोन: महिला हार्मोन एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन का स्तर भी जोखिम में भूमिका निभा सकता है।
  • जैनेटिक्स: कुछ जीन जैसे BRCA1 और BRCA2 में उत्परिवर्तन होने से जोखिम बढ़ सकता है।

स्तन कैंसर का इलाज (Breast Cancer Treatment in Hindi)

स्तन कैंसर का इलाज कैंसर के प्रकार और स्टेज पर निर्भर करता है। कुछ सामान्य इलाज हैं:

  • सर्जरी: गांठ को निकालना या पूरा स्तन निकालना।
  • कीमोथेरेपी: दवाओं का उपयोग करके कैंसर कोशिकाओं को मारना।
  • रेडियोथेरेपी: विकिरण का उपयोग करके कैंसर कोशिकाओं को मारना।
  • हार्मोन थेरेपी: हार्मोन के स्तर को नियंत्रित करना।

ब्रेस्ट कैंसर से बचाव क्या है (Prevention of  Breast Cancer in Hindi)

ब्रेस्ट कैंसर से पूरी तरह बचाव तो नहीं किया जा सकता है, लेकिन कुछ बातों का ध्यान रखकर जोखिम को कम किया जा सकता है:

  • स्वस्थ जीवनशैली: संतुलित आहार लें, नियमित रूप से व्यायाम करें और शराब का सेवन कम करें।
  • नियमित जांच: साल में एक बार डॉक्टर से जांच करवाएं और मैमोग्राफी करवाएं।
  • स्व-परीक्षण: हर महीने अपने स्तनों की जांच करें।
  • धूम्रपान न करें: धूम्रपान स्तन कैंसर का खतरा बढ़ा सकता है।

निष्कर्ष

स्तन कैंसर एक गंभीर बीमारी है जो महिलाओं को अधिक प्रभावित करती है। हालांकि, इसका इलाज संभव है, खासकर अगर इसका जल्दी पता चल जाए। स्तन में गांठ, निप्पल से असामान्य स्राव जैसे लक्षणों को नज़रअंदाज नहीं करना चाहिए। नियमित स्वास्थ्य जांच और स्व-परीक्षण स्तन कैंसर के शुरुआती पता लगाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर और जोखिम कारकों को कम करके स्तन कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है। अगर आपको स्तन कैंसर के कोई लक्षण दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

ब्रेस्ट कैंसर का सबसे पहले पता कैसे चलता है?

आमतौर पर स्तन में कोई गांठ या मोटापन महसूस होना, निप्पल से असामान्य स्राव या स्तन के आकार में बदलाव जैसे लक्षणों से ब्रेस्ट कैंसर का पता चल सकता है। नियमित स्वास्थ्य जांच और मैमोग्राम भी इसकी पहचान में मदद करते हैं।

ब्रेस्ट कैंसर की क्या पहचान होती है?

ब्रेस्ट कैंसर की पहचान के लिए डॉक्टर शारीरिक परीक्षण करते हैं, मैमोग्राम करवाते हैं और जरूरत पड़ने पर बायोप्सी भी करवाते हैं।

घर पर ब्रेस्ट कैंसर कैसे चेक करें?

आप महीने में एक बार अपने स्तनों की खुद जांच कर सकती हैं। नहाते समय या आईने के सामने खड़े होकर अपने स्तनों को ध्यान से देखें और महसूस करें। किसी भी असामान्यता पर डॉक्टर से संपर्क करें।

कैंसर का नंबर 1 लक्षण क्या है?

स्तन कैंसर के लक्षण हर व्यक्ति में अलग-अलग होते हैं और गांठ या द्रव्यमान कैसा महसूस होता है, इसकी कोई सटीक परिभाषा नहीं है। सबसे अच्छी बात यह है कि अपने स्तनों से परिचित होना ताकि आप जान सकें कि “सामान्य” कैसा महसूस होता है और दिखता है। यदि आपको कोई बदलाव नज़र आता है, तो अपने डॉक्टर को बताएं।

ब्रेस्ट कैंसर में दर्द कब होता है?

ब्रेस्ट कैंसर में हमेशा दर्द नहीं होता है। कई बार गांठ दर्द रहित होती है। लेकिन अगर आपको स्तन में दर्द महसूस हो रहा है, तो डॉक्टर से जरूर मिलें।

ब्रेस्ट में कौन सी गांठ नॉर्मल होती है?

आमतौर पर स्तन में होने वाली गांठें फाइब्रोएडेनोमा होती हैं। ये गांठें दर्द रहित, गोल और मुलायम होती हैं। ये हार्मोन में बदलाव के कारण होती हैं और आमतौर पर कैंसर नहीं होती हैं। हालांकि, किसी भी तरह की गांठ दिखने पर डॉक्टर से परामर्श जरूर लेना चाहिए।

ब्रेस्ट कैंसर कितने साल में हो सकता है?

ब्रेस्ट कैंसर किसी भी उम्र में हो सकता है, लेकिन ज्यादातर यह 40 साल से अधिक उम्र की महिलाओं में होता है। हालांकि, कुछ मामलों में यह युवा महिलाओं में भी हो सकता है।

क्या ब्रेस्ट कैंसर पूरी तरह ठीक हो सकता है?

हाँ, ब्रेस्ट कैंसर पूरी तरह ठीक हो सकता है। इसका इलाज कितना सफल होगा, यह कैंसर के स्टेज, टाइप और इलाज के समय पर निर्भर करता है। जितनी जल्दी कैंसर का पता चल जाता है, उतना ही आसानी से इसका इलाज किया जा सकता है।

कैंसर के फर्स्ट स्टेज में क्या होता है?

कैंसर के पहले स्टेज में कैंसर कोशिकाएं ट्यूमर के रूप में स्तन में ही सीमित होती हैं और आसपास के ऊतकों में नहीं फैली होती हैं। इस स्टेज में कैंसर का इलाज करना सबसे आसान होता है।


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