शीघ्रपतन के लिए 6 बेहतरीन आयुर्वेदिक दवाएँ (Ayurvedic Medicines for Premature Ejaculation In Hindi)

शीघ्रपतन के लिए 6 बेहतरीन आयुर्वेदिक दवाएँ (Ayurvedic Medicines for Premature Ejaculation In Hindi)

आंकड़ों के अनुसार भारत में लगभग हर दूसरा पुरुष यौन समस्याओं का शिकार हो चूका है। या तो वो स्खलन नहीं कर पाता या फिर उसे लिंग में तनाव महसूस नहीं होता। शीघ्रपतन भारतियों में पायी जाने वाली सबसे ज्यादा कॉमन यौन बीमारियों में से एक है। हालाँकि इसके स्तर अलग अलग हो सकते हैं। जैसे कोई पुरुष योनि में प्रवेश से पहले ही शीघ्रपतन कर देता है और किसी पुरुष के साथ समस्या ये हो सकती है कि उसका समय दिन पर दिन कम होता जा रहा हो। हालाँकि ये समस्या बहुत सालों से चलती हुई आ रही है, इसलिए दुनिया के सबसे पुराने मेडिसिन साइंस में से एक, आयुर्वेद में इसके इलाज के लिए कई जड़ी बूटियों के इस्तेमाल के बारे में लिखा गया है। ये जड़ी बूटियां अगर ठीक ढंग से इस्तेमाल की गयीं तो, यौन समस्याओं को पूरी तरह से ख़त्म करने का दमखम रखती हैं। आइये जानते हैं कौन सी हैं वो जड़ी बूटियां। 

1) आयुर्वेद और यौन स्वास्थ्य (Ayurveda and Sexual Health in Hindi)

आयुर्वेद को यौन स्वास्थ्य के लिए ब्रम्हास्त्र बताया गया है। इसका कारण है आयुर्वेद की गहराई। किसी भी और मेडिसिन साइंस से जब आप अपने यौन स्वास्थ्य का सुधार करने की कोशिश करते हैं, तब वह ऊपरी तौर से तो आपके स्वास्थ्य को सुधार देती है लेकिन अंदर से, वह समस्या ज्यों की त्यों बनी रहती है।  लेकिन आयुर्वेद यह सुनिश्चित करता है कि यौन समस्याओं से उपचार के समय आपकी बीमारी जड़ से ठीक हो। इसलिए यह माना जाता है कि अगर बार बार इलाज कराना चाहते हैं तो किसी और मेडिसिन साइंस की तरफ जाएँ, लेकिन अगर आप एक बार में ही स्वस्थ होना चाहते हैं तो आयुर्वेद का प्रयोग करें। आयुर्वेद में बताई गई ये पांच जड़ी बूटियां सुनिश्चित कर देंगी कि आपको दोबारा कभी वो समस्या न हो। 

2) अश्वगंधा (Ashwagandha) 

किसी भी दूसरी आयुर्विदिक जड़ी बूटी की  तरह अश्वगंधा को भी उगाना और ढूंढना बहुत मुश्किल साबित होता है। लेकिन इसके फायदे इतने ज्यादा हैं कि लोग इन मुश्किलों को उठाने के लिए तैयार हो जाते हैं। सबसे पहले तो ये शीघ्रपतन के लिए बहुत काम की चीज है। इसका कारण है, इसमें मौजूद एक एंटी ऑक्सीडेंट, जिसका नाम है विथेनोलाइड (Withanolide) 

ये एंटी ऑक्सीडेंट आपके शरीर में प्रवेश करते ही, शरीर की गर्मी को बढ़ा देता है। जिसे हम साइंटिफिक शब्दों में टेस्टोरोन कहते हैं। टेस्टोरोन के बढ़ते ही आपके शरीर में खून का बहाव तेज हो जाता है। इस तेज हो चुके बहाव की मदद से सबसे पहले आपकी यौन समस्याएं दूर होती हैं। उसके बाद आपके ह्रदय की क्षमता बढ़ती है। आप एक तरह से अश्वगंधा को एक बूस्टर की तरह देख सकते हैं, जो कि आपके शरीर की ऊष्मा को बढ़ाता है। और बाकी सब फायदे इसके साथ ही चले आते हैं। 

3) शिलाजीत (Shilajit)

शिलाजीत को अगर आयुर्वेद में बताई गयी सबसे ज्यादा मारक जड़ी बूटी कहा जाये तो गलत नहीं होगा। सबसे पहले अगर बात करें शीघ्रपतन की तो उसमे तो शिलाजीत कारगार है ही, साथ में ये सभी यौन समस्याओं के लिए भी कारगार है। और शिलाजीत के साथ सबसे अच्छी बात ये है कि आपकी लगभग सभी स्वास्थ्य समस्याओं के लिए उपयोगी साबित होती है। ये आपका टेस्टोरोन स्तर बढ़ाती है। साथ में तनाव और चिंता को कम करती है। इन दोनों के होते ही आपकी काम इच्छा बढ़ जाती है। इससे आपका फोकस बढ़ता है। आप किसी भी तरह के काम में अपना मन लगा पाते हैं। अगर दूसरे फायदों की बात करें तो ये आपके ह्रदय के स्वास्थ्य को बेहतर करने और नींद की क्वालिटी को बढ़ाने के लिए भी फायदेमंद साबित होती है। कुल मिलाकर अगर आप शिलाजीत का सेवन करते हैं, तो आप अपने जीवन के कई साल बढ़ा सकते हैं। 

4) सफेद मूसली (Safed Musli)

आयुर्वेद में जितनी भी बिमारियों के उपचार का जिक्र है, उनमे से अधिकतर में सफ़ेद मूसली का नाम जरूर मिलता है। इसमें ऐसे गुण हैं, जो कि लगभग हर बीमारी को कम या ज्यादा, ठीक करने की क्षमता रखते हैं।  लेकिन यौन समस्याओं के लिए तो अगर सफ़ेद मूसली को रामबाण इलाज कहा जाये तो गलत नहीं होगा।  यौन समस्याओं के लिए तो पश्चिमी देशों में भी सफ़ेद मूसली को बहुत पसंद किया गया है और इसलिए वहां इसका नाम व्हाइट गोल्ड (White Gold) रखा गया है।

सफ़ेद मूसली का प्रयोग करने के लिए आप इसका पावडर बनाकर रोजाना सुबह शाम दूध या पानी के साथ ले सकते हैं। अगर आपने नियमित दो महीनों तक ऐसा कर लिया तो यौन समस्याएँ आपको छु भी नहीं सकेंगी। हालाँकि इसका सेवन करने के साथ के साथ, अगर आप रोजाना योग और कसरत भी शुरू कर दें, तो नतीजे और भी जल्दी देखने को मिल सकते हैं। 

5) कौंच के बीज (Kaunch Beej)

जब आप कौंच के बीज को देखेंगे तब आपको यह लगेगा कि ये फल तो बहुत साधारण हैं। लेकिन यकीन मानिये इन्हे दक्षिण चीन और पूर्वी भारत की सबसे उपजाऊ पहाड़ियों पर उगाया जाता है। और इन्हे ऊगा पाना या घने जंगलों में ढूंढ पाना, बड़े बड़े एक्सपर्ट्स के लिए काफी मुश्किल साबित होता है। हालाँकि इसके फायदों के सामने सारी मुश्किलें हमेशा कम ही नजर आएँगी।  ये आपके शरीर में प्रवेश करते ही, ये सुनिश्चित करता है कि आपके शरीर में खून का बहाव बढ़ जाए।  इसकी मदद से सबसे पहले तो आपको यौन समस्याओं से छुटकारा मिलेगा। अगर शुरुआती दौर का शीघ्रपतन है तो उसे भी उपचारित किया जा सकता है। खून का बहाव बढ़ने से आपकी चिंताएं और तनाव कम होंगे।

इसी खून के बहाव के बढ़ने से आपकी आँखों की रौशनी में सुधार आएगा और सबसे ज्यादा बदलाव तो आपको अपने बालों में देखने को मिलेगा। कौंच के बीज, आपके पुरे स्वास्थ्य के लिए आपके नियमित जीवन में जरूर होने चाहिए। 

6) गोखरू (Gokhru)

एक रिसर्च के अनुसार अगर कोई पुरुष रोजाना 750 से 1500 मिलीग्राम गोखरू पावडर खा ले तो दो महीने के अंदर उसकी काम इच्छा 79 प्रतिशत बढ़ जाती है। गोखरू यौन समस्याओं के लिए बहुत कारगर साबित होता है। खास तौर पर अगर हम शीघ्रपतन की बात करें तो गोखरू एक मारक उपचार साबित हो सकता है। इसका कारण है इसकी टेस्टोरोन बूस्टर क्षमता। 

ये अपने गुणों से आपकी समस्याओं की जड़ तक पहुंचता है और उसके बाद उन्हें जड़ से ख़त्म कर देता है। ऐसा करने के लिए ये सबसे पहले आपका टेस्टोरोन का स्तर बढ़ाता है और उसके बाद आपके शरीर में खून का बहाव बढ़ता है। जिससे आपकी यौन समस्याएं लगभग खत्म हो जाती हैं। अगर आप योग और गोखरू को मिला दें, यानी कि दो महीने तक लगातार दोनों को अपने जीवन का हिस्सा बना दें तो आपके शरीर की बीमारियां ख़त्म हो सकती हैं। 

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इन जड़ी-बूटियों का सेवन कैसे करें? (How to Consume These Herbs?) 

आयुर्वेदिक विधि से किसी भी बीमारी का इलाज करने के लिए बताई गयी जड़ी बूटियों का ठीक ढंग से सेवन बहुत जरुरी होता है। आयुर्वेद में उपचार इस बात पर भी निर्भर करता है कि आप किस मात्रा में किसी जड़ी बूटी का उपयोग कर रहे हैं। आयुर्वेदिक विधि से किसी भी जड़ी बूटी का सेवन करने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखें : 

  • सबसे पहले तो इसे किसी विश्वास के स्रोत से खरीदें। आजकल हर कोई आयुर्वेदिक वैद्य बनकर लोगों को झांसा देना चाहता है। 
  • जड़ी बूटियों को दूध के साथ सुबह शाम लिया जाये तो ज्यादा बेहतर है। 
  • हालाँकि सेवन से पहले ठीक ढंग से रिसर्च कर लें और यदि जानकारी न मिले तो वैद्य की सलाह जरूर लें। 

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शीघ्रपतन के लिए योग और व्यायाम (Yoga and Exercise for Premature Ejaculation) 

आयुर्वेद में ये यह कहा गया है कि अगर आपके शरीर में खून का बहाव ठीक ढंग से हो रहा है तो आप इस दुनिया में मौजूद आधे से ज्यादा बीमारियों को वैसे ही हरा चुके हैं।  इसलिए अगर आप यौन समस्याओं का सामना कर रहे हैं तो आपको योग और कसरत पर विशेष ध्यान देने की जरुरत है। खास तौर पर योग पर, क्योंकि कसरत का काम मसल बनाना और बाजुओं को फुलाना होता है, लेकिन दूसरी तरफ योग का सिर्फ यही उद्देश्य होता है कि वो शरीर के हर हिस्से में खून के बहाव को बढ़ा दे। 

आप शीघ्रपतन के लिए इन योगासनों का अभ्यास कर सकते हैं : 

  • भुजंगासन (Cobra Pose)
  • पस्च्मोत्तोसन (Seated Forward Bend Pose)
  • अर्ध मत्स्येन्द्रासन (Half Spinal Twist Pose)
  • वज्रासन (Thunderbolt Pose)
  • नौकासन (Boat Pose)

शीघ्रपतन के लिए आयुर्वेदिक उपचार का महत्व (Importance of Ayurvedic Treatment for Premature Ejaculation in Hindi)

अब तक आप ये तो जान ही चुके हैं कि किस तरह से आयुर्वेदिक उपचार से शीघ्रपतन को ख़त्म किया जा सकता है। लेकिन अब सवाल उठता है कि अगर शीघ्रपतन एक रोग है, तब उसका इलाज किसी भी मेडिसिन साइंस से ही किया जा सकता है। आखिर शीघ्रपतन का उपचार करने के लिए, आयुर्वेद ही क्यों? इसका जवाब शीघ्रपतन के कारणों में। किसी इंसान में शीघ्रपतन कई कारणों से हो सकता है : 

  • रक्त का बहाव लिंग की तरफ न होने के कारण। 
  • बहुत ज्यादा तनाव और चिंता के कारण। 
  • काम इच्छा न होने के कारण। 

किसी और मेडिसिन साइंस से उपचार करने पर ऊपरी समस्या तो ठीक हो जाएगी, लेकिन आप सभी कारणों को ख़त्म नहीं कर पाएंगे। लेकिन आयुर्वेद से उपचार करने पर आप यौन समस्याओं को जड़ से ख़त्म कर चुके होंगे। तो इस कारण आयुर्वेद यौन समस्याओं के लिए ब्रह्मास्त्र साबित हो सकता है। 

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निष्कर्ष (Conclusion)

अश्वगंधा, सफ़ेद मूसली, गोखरू, कौंच के बीज और शिलाजीत। आप जान ही चुके हैं कि ये पांच जड़ी बूटियां आपकी यौन समस्याओं को पूरी तरह से ख़त्म कर सकती हैं। बल्कि ये न सिर्फ आपकी यौन समस्याओं को ख़त्म करती हैं, उनके सभी कारणों को भी पूरी तरह से हटा देती हैं। यानी कि आयुर्वेद के इस उपचार से, न सिर्फ आपकी समस्या आज के लिए ख़त्म होती है, बल्कि ये भी सुनिश्चित हो जाता है कि आने वाले समय में ये आपको और कभी नहीं होगी।


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