Dalchini Benefits Side Effects Hindi

दालचीनी के फायदे और नुकसान (Cinnamon Benefits & Side Effects in Hindi)

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दालचीनी के फायदे और नुकसान (Cinnamon Benefits & Side Effects in Hindi)

दालचीनी एक प्राचीन और कई गुणों वाला मसाला है जिसका उपयोग सदियों से पारंपरिक चिकित्सा और भोजन में होता आ रहा है। प्रारंभिक वैज्ञानिक शोध बताते हैं कि इसके कई स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं, जिनमें रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में सहायता, सूजन में कमी, और हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देना शामिल है। यह न केवल खाने का स्वाद बढ़ाती है, बल्कि एक स्वस्थ आहार के हिस्से के रूप में कुछ बीमारियों के जोखिम को कम करने में भी सहायक हो सकती है। हालांकि, इसका अत्यधिक सेवन कुछ संभावित दुष्प्रभाव भी पैदा कर सकता है। इसलिए इसका सेवन संतुलित मात्रा में और सही तरीके से करना आवश्यक है।

इस ब्लॉग में हम दालचीनी के वैज्ञानिक रूप से समर्थित लाभों और संभावित दुष्प्रभावों के बारे में जानेंगे, ताकि आप इसे सुरक्षित और प्रभावी ढंग से उपयोग कर सकें।

दालचीनी के संभावित स्वास्थ्य लाभ (Potential Cinnamon Health Benefits)

1. रक्त शर्करा नियंत्रण

कई व्यवस्थित समीक्षाओं (Systematic Reviews) से पता चलता है कि दालचीनी शरीर में इंसुलिन की संवेदनशीलता को बेहतर बनाने में मदद कर सकती है, जिससे रक्त शर्करा का स्तर नियंत्रित रहता है [8]। यह टाइप-2 मधुमेह के रोगियों के लिए एक सहायक पूरक हो सकती है, लेकिन इसे मधुमेह की दवाओं के विकल्प के रूप में इस्तेमाल नहीं करना चाहिए [9], [1]

2. पाचन स्वास्थ्य और दस्त में सहायता

दालचीनी पारंपरिक रूप से गैस, एसिडिटी और अपच में राहत के लिए उपयोग की जाती है। इसमें प्राकृतिक एंटी-माइक्रोबियल गुण होते हैं [7]। कुछ शोध में पाया गया है कि दालचीनी का अर्क आंतों की गति और अच्छे बैक्टीरिया के संतुलन को सुधारने में सहायक हो सकता है, जिससे दस्त में राहत मिलने की संभावना है [6]

3. हृदय स्वास्थ्य का समर्थन

दालचीनी में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स ट्राइग्लिसराइड्स और कुल कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद कर सकते हैं [10]। कुछ अध्ययनों में यह भी देखा गया है कि यह खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करने और रक्तचाप को नियंत्रित करने में भी सहायक हो सकती है, जिससे हृदय रोगों का खतरा कम होता है [2]। हालांकि, कोलेस्ट्रॉल और रक्तचाप पर इसके समग्र प्रभाव के लिए और अधिक निर्णायक शोध की आवश्यकता है [10]

4. सूजन और गठिया में संभावित लाभ

दालचीनी में एंटी-इंफ्लेमेटरी यौगिक होते हैं [7]। कुछ छोटे मानव अध्ययनों और पशु परीक्षणों से यह संकेत मिला है कि दालचीनी का सेवन गठिया (रूमेटाइड आर्थराइटिस) से जुड़ी सूजन और दर्द के लक्षणों में सुधार करने में सहायक हो सकता है। यह प्रभाव इसके शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट गुणों के कारण हो सकता है [7]

दालचीनी के पोषक तत्व (Nutritional Value of Cinnamon)

दालचीनी में फाइबर, मैंगनीज, कैल्शियम, आयरन, और विटामिन K जैसे कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व पाए जाते हैं [5]। ये तत्व इसे एक पोषक मसाला बनाते हैं।

नीचे दी गई तालिका में दालचीनी के कुछ प्रमुख पोषक तत्व और उनकी मात्रा दी गई है (यूएसडीए डेटा पर आधारित, प्रति 100 ग्राम [5]):

चूंकि दालचीनी का सेवन आमतौर पर बहुत कम मात्रा (लगभग 2-4 ग्राम प्रति दिन) में किया जाता है, इसलिए यह इन पोषक तत्वों का प्राथमिक दैनिक स्रोत नहीं है।

दालचीनी के नुकसान और खतरे (Side Effects and Risks of Cinnamon)

दालचीनी का अत्यधिक या अनुचित सेवन कुछ स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। उपयोग से पहले अपनी वर्तमान स्वास्थ्य स्थिति और दवाओं के आधार पर डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।

1. लीवर को नुकसान का खतरा (Liver Damage Risk)

दालचीनी के कुछ प्रकारों, विशेष रूप से कैसिया दालचीनी (Cassia cinnamon), में कौमरीन (Coumarin) नामक एक यौगिक होता है [5]

कौमरीन की अत्यधिक मात्रा का लंबे समय तक सेवन करने से कुछ व्यक्तियों में लीवर टॉक्सिसिटी या लिवर फंक्शन में गड़बड़ी हो सकती है। विशेषज्ञ दैनिक आधार पर 1 चम्मच (लगभग 2 ग्राम) से अधिक कैसिया दालचीनी का सेवन न करने की सलाह देते हैं [5]

2. ब्लड शुगर में अत्यधिक कमी (Hypoglycemia)

दालचीनी ब्लड शुगर को कम करने में सहायक हो सकती है। हालांकि, यदि आप पहले से ही मधुमेह की दवाएं ले रहे हैं, तो दालचीनी का अत्यधिक सेवन करने से ब्लड शुगर बहुत कम (Hypoglycemia) हो सकता है, क्योंकि यह दवाओं के प्रभाव को संभावित रूप से बढ़ा सकती है [9]

3. एलर्जी और त्वचा प्रतिक्रिया

कुछ व्यक्तियों को दालचीनी के प्रति संवेदनशीलता हो सकती है, जिसके परिणामस्वरूप त्वचा पर जलन, लालिमा, खुजली, या सूजन हो सकती है। यह प्रतिक्रिया विशेष रूप से दालचीनी के तेल या बाहरी प्रयोग के दौरान देखी जाती है।

4. गर्भावस्था और स्तनपान में सावधानी

गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को दालचीनी का औषधीय मात्रा में सेवन करने से बचना चाहिए। हालांकि प्रमाण सीमित हैं, अधिक कैसिया दालचीनी के सेवन से गर्भाशय संकुचन (uterine contractions) की संभावना हो सकती है।

विशेषज्ञ की राय (Expert Opinion)

“यह वैज्ञानिक अध्ययनों से पता चला है कि दालचीनी (Cinnamon) में मौजूद सक्रिय तत्व जैसे cinnamaldehyde और polyphenols ब्लड शुगर को नियंत्रित करने, सूजन को कम करने और संक्रमण से लड़ने में मदद कर सकते हैं। हालांकि, कैसिया प्रकार की दालचीनी में coumarin की मात्रा अधिक होती है, जो लिवर पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है। इसलिए, नियमित सेवन के लिए विशेषज्ञ सलाह के अनुसार सीलोन दालचीनी (Ceylon cinnamon) का उपयोग करना और इसे दिन में 1 से 2 ग्राम तक सीमित रखना स्वास्थ्य के लिए बेहतर माना जाता है। पूरक के रूप में इसका उपयोग करने से पहले हमेशा डॉक्टर से सलाह लें, खासकर यदि आपको पहले से कोई स्वास्थ्य समस्या है।”

Dr. Boban Raju

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ’s)

दालचीनी कब नहीं लेनी चाहिए?

गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं, लीवर रोग से ग्रसित व्यक्तियों और रक्त पतला करने वाली दवाएं (blood thinners) ले रहे लोगों को दालचीनी का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए, क्योंकि यह संभावित रूप से इन दवाओं के साथ परस्पर क्रिया कर सकती है [5]

दालचीनी किस बीमारी में काम आती है?

कुछ वैज्ञानिक शोधों के अनुसार, दालचीनी का सेवन ब्लड शुगर नियंत्रण, पाचन स्वास्थ्य और सूजन से जुड़ी समस्याओं में मदद कर सकता है। हालांकि, इसे केवल सप्लीमेंट की तरह लिया जाना चाहिए, न कि निदान, उपचार या इलाज के विकल्प के रूप में [1], [8]

क्या रोज दालचीनी पीना अच्छा है?

सीमित मात्रा (1/2 से 1 चम्मच तक) में रोज़ दालचीनी लेना कई लोगों के लिए सुरक्षित हो सकता है, लेकिन अधिक सेवन से लीवर पर नकारात्मक असर पड़ सकता है, विशेषकर यदि आप कैसिया दालचीनी का उपयोग कर रहे हैं।

क्या दालचीनी लिवर के लिए खराब है?

हां, यदि दालचीनी (विशेष रूप से कैसिया variety) का अधिक मात्रा में और लंबे समय तक सेवन किया जाए तो इसमें मौजूद कौमरीन लिवर पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है, जिससे लिवर टॉक्सिसिटी का खतरा बढ़ सकता है [5]

References

[1] Allen, R. W., Schwartzman, E., Baker, W. L., Coleman, C. I., & Fung, O. J. (2013). Cinnamon use in type 2 diabetes: An updated systematic review and meta-analysis. The Annals of Family Medicine, 11(5), 452–459. https://pmc.ncbi.nlm.nih.gov/articles/PMC3767714/

[2] Akilen, R., Pimlott, Z., Siad, A., & Robinson, N. (2013). The effect of short-term cinnamon ingestion on blood pressure in patients with pre-diabetes and type 2 diabetes: A randomized controlled trial. Nutrition, 29(10), 1195–1200. https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/23867208

[3] Dayno, S., Enayehu, K., Seyfe, S., Tuyiringire, N., Peter, E. L., Muluye, R. A., Tolo, C. U., & Ogwang, P. E. (2019). Efficacy and safety of cinnamon in patients with type 2 diabetes and pre-diabetes: A meta-analysis and meta-regression. Diabetes Research and Clinical Practice, 156, 107815. https://doi.org/10.1016/j.diabres.2019.107815

[4] Leach, M. J., & Kumar, S. (2012). Cinnamon for diabetes mellitus. Cochrane Database of Systematic Reviews, (9), CD007170. https://doi.org/10.1002/14651858.CD007170.pub2

[5] National Institutes of Health. (2021). Cinnamon. Dietary Supplement Fact Sheet. Retrieved November 3, 2025, from https://ods.od.nih.gov/factsheets/Cinnamon-HealthProfessional/

[6] Park, S., Kim, Y. D., Kim, M. S., Kim, K.-T., & Kim, J. Y. (2023). Aqueous extract of cinnamon (Cinnamomum cassia) ameliorates diarrhea symptoms by modulating the gut environment: A randomized controlled trial. Food & Function, 14(3), 1520–1529. https://doi.org/10.1039/D2FO01835G

[7] Pagliari, S., Forcella, M., Lonati, E., Sacco, G., Romaniello, F., Rovellini, P., Fucci, P., Filistei, P., Campone, L., Labra, M., Bulbarelli, A., & Bruni, I. (2023). Antioxidant and anti-inflammatory effects of bark extracts of cinnamon (Cinnamomum verum J. Presl) after in vitro digestion simulation. Foods, 12(3), 452. https://doi.org/10.3390/foods12030452

[8] Vansonchoonbeek, K., Wouters, D., Engberink, C., Franz, M. J., & Joos, R. G. (2019). Efficacy and safety of cinnamon in patients with type 2 diabetes mellitus and pre-diabetes: A meta-analysis and meta-regression. Journal of Functional Foods, 62, 103529. https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/31425768

[9] Wajda, J. W., & Reiser, R. P. (2014). Cinnamon intake reduces fasting blood glucose: A meta-analysis. NCBI Bookshelf. Retrieved November 3, 2025, from https://www.ncbi.nlm.nih.gov/books/NBK82829

[10] Maierean, S., Serban, M. C., Sahebkar, A., Ursoniu, S., Serban, A., Penson, P., & Banach, M. (2017). The effects of cinnamon supplementation on plasma lipid concentrations: A systematic review and meta-analysis. Journal of Clinical Lipidology, 11(6), 1395–1406. https://doi.org/10.1016/j.jacl.2017.08.004


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