Hair Fall Treatment Home Remedies in Hindi

झड़ते बालों को रोकने के प्रभावी घरेलू नुस्खे और चिकित्सा देखभाल टिप्स

आजकल बालों का झड़ना एक आम समस्या बन गई है। महिलाएं और पुरुष दोनों में इसका प्रभाव देखा जा सकता हैं। वास्तव में, राष्ट्रीय स्वास्थ्य सर्वेक्षण के अनुसार, यह समस्या भारत में वयस्कों के एक महत्वपूर्ण प्रतिशत को प्रभावित करती है [1]। इसका जल्द से जल्द इलाज करना बहुत जरूरी होता है। बालों का झड़ना कई कारणों से हो सकता है, जैसे पोषण की कमी, तनाव, हार्मोनल बदलाव या अनुवांशिक कारण। जीवनशैली और खानपान में सुधार से इसे कुछ हद तक नियंत्रित किया जा सकता है, लेकिन अगर समस्या बनी रहे तो डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है। इस ब्लॉग में सबसे अहम सवाल का जवाब मिलेगा – हेयर फॉल को कैसे कम करें और बालों को स्वस्थ बनाए रखें। साथ ही आपको मिलेंगे कुछ प्रभावी घरेलू नुस्खे और देखभाल के आसान टिप्स, जो सामान्य बालों की देखभाल में मदद कर सकते हैं। हालांकि, अगर बाल झड़ना लगातार बना रहे, तो विशेषज्ञ से परामर्श ज़रूरी है।

बालों के झड़ने के कारण (Causes of Hair Fall in Hindi)

अधिकतर मामलों में बाल झड़ने के पीछे के कारण मिलते-जुलते होते हैं। इनमें से कुछ मुख्य कारण निम्नलिखित हैं:

  • असंतुलित आहार और पोषक तत्वों की कमी – विशेष रूप से प्रोटीन, बायोटिन, जिंक, आयरन, और विटामिन डी की कमी से बालों का विकास रुक सकता है [2]
  • गलत जीवनशैली – अत्यधिक तनाव, पर्याप्त नींद की कमी, स्मोकिंग और अत्यधिक प्रोसेस्ड फूड्स का सेवन भी बालों पर असर डाल सकता है।
  • हार्मोनल बदलाव – थायरॉयड की समस्या या गर्भावस्था के बाद हार्मोन में आए बदलाव बाल झड़ने की वजह बन सकते हैं। महिलाओं में प्रसव के 2–3 महीने बाद अक्सर Telogen Effluvium नामक स्थिति होती है, जिसमें अस्थायी रूप से बाल झड़ते हैं।
  • हेरेडिटरी (वंशानुगत कारण) – यदि परिवार में बाल झड़ने की समस्या रही है, तो यह जीन के माध्यम से आगे बढ़ सकती है, जिसे Androgenetic Alopecia (पुरुष या महिला पैटर्न गंजापन) कहा जाता है।
  • दवाओं के साइड इफेक्ट्स – कीमोथेरेपी, एंटी-डिप्रेसेंट्स, ब्लड प्रेशर की दवाएं आदि कुछ दवाएं बालों के झड़ने का कारण बन सकती हैं।
  • संक्रमण या स्कैल्प की बीमारियां – जैसे कि फंगल इंफेक्शन (Tinea Capitis), जिसमें सिर की त्वचा पर फफूंद के कारण बाल झड़ने लगते हैं।
  • लंबी बीमारी, ऑपरेशन या शारीरिक/मानसिक तनाव – किसी गंभीर बीमारी, बड़ी सर्जरी या लंबे समय तक बुखार (जैसे डेंगू, टाइफाइड) के बाद भी बाल झड़ सकते हैं।
  • कुछ अंतर्निहित रोग – जैसे थायरॉयड डिसऑर्डर, PCOS (पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम), या सेक्स हार्मोन में असंतुलन से भी बाल झड़ सकते हैं।

बालों को झड़ने से रोकने के उपाय और उचित देखभाल (Prevention of Hair Fall in Hindi)

बालों को मजबूत और स्वस्थ बनाए रखने के लिए सही देखभाल, संतुलित आहार और अच्छी जीवनशैली बहुत जरूरी है। नीचे दिए गए उपाय बालों के झड़ने को कम करने में मदद कर सकते हैं:

संतुलित और पौष्टिक आहार अपनाएं

  • प्रोटीन, आयरन, जिंक, बायोटिन और विटामिन A, C, D, E से भरपूर आहार लें। विशेष रूप से प्रोटीन (जैसे अंडे, दालें) और आयरन (जैसे हरी पत्तेदार सब्जियां) की पर्याप्त मात्रा पर ध्यान दें।
  • हरी पत्तेदार सब्जियां, मौसमी फल, अंकुरित अनाज, सूखे मेवे और पर्याप्त पानी का सेवन करें।
  • जंक फूड, अत्यधिक चीनी और तले हुए भोजन से बचें, क्योंकि ये पोषण को बाधित कर सकते हैं।

जीवनशैली में सुधार करें

  • रोज़ाना कम से कम 7–8 घंटे की नींद लें।
  • तनाव कम करने के लिए ध्यान (meditation), योग या हल्की एक्सरसाइज करें।
  • समय पर भोजन करें और अधिक मानसिक या शारीरिक थकावट से बचें।

बालों की देखभाल में सावधानी बरतें

  • सल्फेट और पैराबेन-रहित माइल्ड शैंपू का उपयोग करें।
  • अत्यधिक गर्म पानी या हीट स्टाइलिंग (जैसे स्ट्रेटनर, हेयर ड्रायर) से बचें।
  • बालों को धीरे-धीरे सुखाएं और गीले बालों में जोर से कंघी न करें।
  • बहुत कसकर हेयर स्टाइल (tight ponytail आदि) बनाने से बचें, क्योंकि इससे बालों की जड़ें कमजोर हो सकती हैं (ट्रैक्शन एलोपेशिया का जोखिम)।

दवाओं का उपयोग डॉक्टर की सलाह से करें

  • बालों के झड़ने के लिए कुछ दवाएं (जैसे Minoxidil, Finasteride) विशेष मामलों में प्रभावी हो सकती हैं, लेकिन इनका उपयोग केवल त्वचा विशेषज्ञ की सलाह से ही करें।
  • यदि बाल झड़ना हार्मोनल असंतुलन, थायरॉयड या वंशानुगत कारणों से हो रहा है, तो रक्त परीक्षण और इलाज जरूरी है।

विशेष अवस्थाओं में सावधानी

  • गर्भावस्था, प्रसव या मेनोपॉज़ के दौरान हार्मोन में बदलाव के कारण बाल झड़ सकते हैं।
  • इन स्थितियों में पोषण और तनाव प्रबंधन पर विशेष ध्यान दें।

समस्या गंभीर हो तो डॉक्टर से मिलें

  • यदि बाल झड़ना लगातार बढ़ रहा है या स्कैल्प में खुजली, जलन या फोड़े जैसी समस्या है, तो तुरंत त्वचा रोग विशेषज्ञ (Dermatologist) से परामर्श लें।

बालों को झड़ने से रोकने के लिए जीवनशैली में बदलाव (Lifestyle Changes to Prevent Hair Fall)

बालों को स्वस्थ बनाए रखने के लिए केवल बाहरी देखभाल ही नहीं, बल्कि आंतरिक यानी जीवनशैली में बदलाव भी बेहद आवश्यक है। नीचे दिए गए उपाय आपके बालों को झड़ने से रोकने और उनके विकास को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं:

संतुलित और पौष्टिक आहार लें

स्वस्थ और संतुलित आहार आपके बालों के लिए मूलभूत आवश्यकता है। बालों की जड़ों को पोषण देने के लिए अपने आहार में पर्याप्त प्रोटीन, आयरन, बायोटिन, और विटामिन्स (A, C, D, E) शामिल करें।

➤ हरी पत्तेदार सब्जियां, अंडे, नट्स, दालें, फल और अंकुरित अनाज को रोज़मर्रा की डाइट में शामिल करें।

➤ साथ ही, नियमित व्यायाम रक्त प्रवाह को बेहतर करता है, जिससे स्कैल्प तक पोषण पहुंचाने में मदद मिलती है।

धूम्रपान और शराब से दूरी बनाएं

धूम्रपान से शरीर में रक्त प्रवाह बाधित होता है और बालों की जड़ें कमजोर हो सकती हैं। यह बालों के झड़ने को बढ़ा सकता है (यह ऑक्सीडेटिव तनाव से भी जुड़ा हुआ है [3])।

  • धूम्रपान और अत्यधिक शराब सेवन से बालों के साथ-साथ समग्र स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
  • इन आदतों को छोड़ना बालों को प्राकृतिक रूप से स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है।

बाहर निकलते समय बालों को ढकें

  • सूर्य की UV किरणें बालों को नुकसान पहुँचा सकती हैं, जिससे वे रूखे और कमजोर हो जाते हैं।
  • जब भी आप धूप में बाहर निकलें, टोपी, दुपट्टा या स्कार्फ से बालों को ढकना एक आसान और प्रभावी उपाय है।
  •  यह बालों को प्रदूषण, धूल और गर्मी से बचाने में मदद करता है।

तनाव कम करें

  • तनाव (Stress) बालों के झड़ने का एक प्रमुख कारण है, खासकर Telogen Effluvium जैसी स्थितियों में।
  •  योग, ध्यान (meditation), गहरी साँस लेने के अभ्यास, और पर्याप्त नींद लेने से तनाव को कम किया जा सकता है।
  •  मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होने पर बालों की गुणवत्ता और वृद्धि भी बेहतर होती है।

स्टाइलिंग टूल्स और हीट से बचें

  • ब्लो-ड्रायर, स्ट्रेटनिंग आयरन, कर्लिंग रॉड जैसे हीट-स्टाइलिंग टूल्स बालों के क्यूटिकल्स को नुकसान पहुंचाते हैं।
  • लगातार इनका उपयोग करने से बाल सूखे, कमजोर और टूटने वाले हो सकते हैं।
  • जब संभव हो, बालों को प्राकृतिक रूप से सूखने दें और हीट-स्टाइलिंग को सीमित करें।

बालों का झड़ना रोकने के घरेलू उपाय (सावधानियों के साथ) (Home Remedies for Hair Fall in Hindi)

कुछ पारंपरिक और आयुर्वेदिक नुस्खे ऐसे हैं जिन्हें लंबे समय से बालों की देखभाल के लिए आज़माया जाता रहा है। इनमें से कई उपाय मुख्य रूप से स्कैल्प को स्वस्थ रखने, रक्त संचार बढ़ाने, और बालों को कंडीशन करने पर केंद्रित हैं [4]। ये उपाय सभी के लिए समान रूप से प्रभावी नहीं हो सकते, लेकिन कुछ लोगों को इनमें से लाभ मिल सकता है। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि बालों के झड़ने के अंतर्निहित (underlying) चिकित्सा कारणों का इलाज ये नुस्खे नहीं कर सकते। किसी भी घरेलू उपाय को अपनाने से पहले त्वचा विशेषज्ञ से सलाह लेना बेहतर होता है।

प्याज का रस (Onion Juice)

प्याज में मौजूद सल्फर बालों की जड़ों को पोषण देने और कोलाजेन उत्पादन बढ़ाने में मदद कर सकता है। एक छोटे अध्ययन में पाया गया कि यह एलोपेशिया एरीटा (Alopecia Areata) के उपचार में कुछ हद तक प्रभावी हो सकता है [5]

➤ सिर पर प्याज का रस लगाएं, हल्की मालिश करें और 30–45 मिनट बाद माइल्ड शैम्पू से धो लें।

ध्यान दें: संवेदनशील त्वचा वालों को पहले पैच टेस्ट ज़रूर करना चाहिए।

तेल से सिर की मालिश (Oil Massage)

  • नारियल तेल, ऑलिव ऑयल या आंवला तेल से हफ्ते में 2–3 बार मालिश करने से रक्तसंचार बढ़ सकता है और बालों की जड़ें मजबूत हो सकती हैं।
  • तेल को गुनगुना करके लगाना अधिक प्रभावी माना जाता है। (नारियल तेल बालों के प्रोटीन नुकसान को कम करने के लिए जाना जाता है [6])

मेथी और हिना का पेस्ट

  • मेथी में प्रोटीन और निकोटिनिक एसिड होता है जो बालों की मजबूती में सहायक हो सकता है। कुछ हर्बल समीक्षाओं में मेथी के उपयोग को बालों की मजबूती के लिए सहायक बताया गया है [7]
  • मेथी पाउडर और हिना मिलाकर पेस्ट बनाएं, बालों में लगाएं और 30 मिनट बाद धो लें।

ग्रीन टी रिंस

  • ग्रीन टी में एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं जो बालों की सेहत को बढ़ावा दे सकते हैं। ग्रीन टी में पाया जाने वाला EGCG (Epigallocatechin Gallate) बालों के विकास को उत्तेजित करने वाले प्रभावों के लिए शोध में दिखाया गया है [8]
  • ठंडी ग्रीन टी सिर की त्वचा पर लगाएं, 30–40 मिनट बाद धो लें।

नमक और काली मिर्च

  • नारियल तेल में नमक और काली मिर्च मिलाकर लगाने का दावा पारंपरिक है, लेकिन यह संवेदनशील त्वचा के लिए हानिकारक हो सकता है।
  • सलाह: संवेदनशील या क्षतिग्रस्त स्कैल्प पर नमक और काली मिर्च के इस्तेमाल से बचें, क्योंकि यह जलन पैदा कर सकता है। इसके वैज्ञानिक प्रमाण सीमित हैं। प्रयोग से पहले डर्मेटोलॉजिस्ट की राय ज़रूर लें।

अनार के पत्तों का तेल

  • अनार के पत्ते और रस को सरसों के तेल में पकाकर सिर पर लगाने का परंपरागत उपाय माना जाता है।
  • यह बालों की मजबूती और स्कैल्प को पोषण देने में मदद कर सकता है। अनार के पत्तों में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं [9]

नीम और बेर के पत्ते

  • नीम एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुणों के लिए जाना जाता है।
  • बाले गए नीम-बेर के पानी से बाल धोने और नीम का तेल लगाने से स्कैल्प की सफाई हो सकती है। नीम फंगल इंफेक्शन (जैसे Tinea Capitis) के लिए सहायक हो सकता है [10]

नींबू और नारियल तेल

  • नींबू के रस में नारियल तेल मिलाकर मालिश करने से स्कैल्प की सफाई हो सकती है और रूसी कम हो सकती है।
  • लेकिन अधिक नींबू से बाल सूख सकते हैं, इसलिए संतुलन ज़रूरी है। (नींबू का रस एसिडिक होता है, इसलिए इसे सीधे या अत्यधिक मात्रा में लगाने से बचें, इससे स्कैल्प में जलन हो सकती है)।

हरसिंगार (नाईट जैस्मिन) के बीज

  • हरसिंगार के बीजों का लेप बनाकर सिर पर लगाने का प्रयोग आयुर्वेदिक उपायों में शामिल है।
  • सटीक वैज्ञानिक प्रमाण की कमी है। कोई भी लेप लगाने से पहले त्वचा पर परीक्षण ज़रूरी है।

परवल के पत्ते

  • परवल के पत्तों का रस बालों पर लगाने का सुझाव कुछ परंपराओं में दिया गया है, लेकिन इसका कोई सत्यापित वैज्ञानिक आधार नहीं है।
  • यह उपाय अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह लें। हमेशा ध्यान रखें कि प्राकृतिक होने का मतलब सुरक्षित होना नहीं है।

डॉक्टर के पास कब जाना चाहिए?

सामान्य रूप से प्रतिदिन 50 से 100 बाल गिरना सामान्य माना जाता है। (बालों के विकास चक्र के कारण)। लेकिन जब बाल अत्यधिक मात्रा में गिरने लगें, स्कैल्प दिखने लगे या झड़ने के साथ अन्य लक्षण भी नज़र आएं, तो यह किसी अंदरूनी समस्या का संकेत हो सकता है। ऐसे में घरेलू नुस्खों या ओवर-द-काउंटर दवाओं का उपयोग करने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना ज़रूरी है।

इन स्थितियों में डॉक्टर से ज़रूर मिलें:

  • बाल झड़ना बहुत तेज़ी से हो रहा हो , जैसे कि बालों के गुच्छे झड़ना या कंघी में असामान्य मात्रा में बाल आना।
  • स्कैल्प पर सफेद धब्बे, लालिमा, खुजली या घाव,  ये स्कैल्प इंफेक्शन या फंगल संक्रमण का संकेत हो सकते हैं।
  • बाल झड़ने के साथ वजन बढ़ना, थकान या हार्मोनल बदलाव , यह थायरॉयड, पीसीओएस या अन्य हार्मोन संबंधी कारण हो सकते हैं।
  • गंजेपन के पारिवारिक इतिहास के साथ बालों का पतला होना ,  यह एंड्रोजेनिक एलोप्लोसिया (Androgenetic Alopecia) हो सकता है, जिसमें समय पर इलाज जरूरी होता है।
  • बालों की ग्रोथ पूरी तरह रुक जाना ,  नई जड़ें नहीं बन रही हों या बाल बेहद पतले हो गए हों।

स्व-उपचार से बचें (Avoid Self-Medication)

बिना डॉक्टर की सलाह के किसी भी बाल झड़ने की दवा या उपचार (जैसे Minoxidil, Finasteride) का उपयोग न करें। गलत इलाज से समस्या और बढ़ सकती है या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं।

निष्कर्ष

बाल झड़ना अगर शुरुआती अवस्था में हो, तो संतुलित घरेलू उपाय और जीवनशैली में बदलाव मददगार हो सकते हैं। लेकिन यदि समस्या बढ़ रही हो या स्कैल्प में कोई बदलाव दिख रहा हो, तो देरी न करें और त्वचा रोग विशेषज्ञ (Dermatologist) से उचित जांच और इलाज करवाएं।

Expert Quote

“बालों का झड़ना एक सामान्य लेकिन जटिल समस्या है, जिसका कारण अक्सर पोषण की कमी, हार्मोनल असंतुलन और अनुचित जीवनशैली होती है। अगर घरेलू उपचार और नियमित देखभाल के बावजूद समस्या बनी रहे, तो स्कैल्प की गहराई से जांच करवाना और विशेषज्ञ की सलाह लेना बेहद आवश्यक होता है। हमेशा यह याद रखें कि गंभीर या अनुवांशिक बालों के झड़ने के लिए केवल चिकित्सा हस्तक्षेप ही प्रभावी हो सकता है। समय पर उचित इलाज शुरू करने से बालों की सुरक्षा के साथ-साथ भविष्य में गंजेपन की संभावना भी कम की जा सकती है।”

Dr. Kavya Rejikumar

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

बाल बहुत ज्यादा झड़ रहे हो तो क्या करना चाहिए?

बाल बहुत ज्यादा झड़ रहे हो तो जितनी जल्दी हो सके बालों के विशेष्ज्ञ को तुरंत संपर्क करें और परामर्श लें। एक डर्मेटोलॉजिस्ट ही सही निदान कर सकते हैं।

बाल किसकी कमी से झड़ते हैं?

बालों के झड़ने के पीछे अक्सर प्रोटीन, आयरन, बायोटिन, जिंक, और विटामिन D की कमी जिम्मेदार होती है। संतुलित आहार से यह स्थिति सुधारी जा सकती है। लेकिन ध्यान दें, इन पोषक तत्वों की अधिकता भी हानिकारक हो सकती है। विशेषज्ञ की सलाह से ही सप्लीमेंट लें।

गिरते बालों को कैसे रोके?

गिरते बालों को रोकने के लिए नियमित रूप से गुनगुने तेल की मालिश करें, तनाव कम रखें, धूम्रपान से बचें, संतुलित आहार लें और रोज़ाना व्यायाम करें। ये आदतें बालों के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद कर सकती हैं।

कौन सा शैंपू बाल झड़ने से रोकता है?

हर व्यक्ति के बालों का टेक्सचर अलग होता है। अगर एक शैम्पू किसी एक व्यक्ति को सूट करता है जरुरी नहीं की वह दूसरे के लिए भी मददगार साबित हो। सल्फेट-मुक्त और pH-संतुलित शैम्पू आमतौर पर बेहतर होते हैं। किसी भी उत्पाद को इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से संपर्क करें।

कौन सा तेल लगाने से बाल झड़ना बंद हो जाता है?

नारियल तेल, ऑलिव ऑयल, और भृंगराज तेल बालों की जड़ों को पोषण देते हैं और स्कैल्प को हाइड्रेट रखते हैं। नियमित मालिश से बालों का झड़ना कम हो सकता है, लेकिन स्थायी समाधान के लिए डॉक्टर की सलाह ज़रूरी है। तेल बालों को मजबूत बना सकते हैं लेकिन गंजेपन के चिकित्सा कारणों को दूर नहीं कर सकते।

बाल किस मौसम में गिरते हैं?

बारिश के मौसम में बाल सबसे ज्यादा झड़ते/गिरते है। इसकी सबसे ख़ास वजह होती है मौसम में नमी और पसीना जो सर की सतह को सूखा देती है या चिपचिपा बनाती है, और कभी-कभी रूसी उत्पन्न हो जाती है। इस दौरान स्कैल्प की सफाई और हाइजीन पर विशेष ध्यान दें।

क्या दूध से बाल झड़ सकते हैं?

नहीं , अभी तक ऐसा कोई प्रमाण नहीं मिला है जिससे दूध या अन्य कोई डेयरी उत्पाद से बाल झड़ते हो। बल्कि, दूध में मौजूद प्रोटीन, कैल्शियम और विटामिन B12 बालों के लिए फायदेमंद होते हैं। अपवाद: कुछ लोगों में लैक्टोज असहिष्णुता से होने वाले अप्रत्यक्ष तनाव से बाल प्रभावित हो सकते हैं, लेकिन यह सीधा कारण नहीं है।

References

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[2] Khandagale, S. S., Ratnaparkhe, C. L., Sayyad, S. R., Shelar, V. D., Supekar, A. V., & Sarukh, V. S. (2023). A review of herbal medications for the treatment of alopecia. International Journal of Ayurveda and Pharma Research, 11(Suppl4), 5–10. https://doi.org/10.47070/ijapr.v11iSuppl4.2974

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