गुर्दे की पथरी जिसे अंग्रेजी में किड्नी स्टोन भी कहा जाता है, एक ऐसी समस्या है जो आजकल बहुत आम हो गई है इसलिए किड्नी स्टोन के लक्षणों को पहचानना आजकल और भी महत्वपूर्ण हो गया है। यह समस्या शरीर के गुर्दे में उत्पन्न होती है जब शरीर के अंदर मौजूद कैल्शियम, यूरिक एसिड या ऑक्सेलेट जैसे तत्व एकत्रित होकर पथरी के रूप में जमा हो जाते हैं। यह पथरी आकार में बहुत छोटी हो सकती है लेकिन जब यह गुर्दे से बाहर निकलने की कोशिश करती है तो यह बहुत अधिक दर्द और तकलीफ का कारण बन सकती है। कभी-कभी पथरी इतनी बड़ी होती है कि इसे बाहर निकालने के लिए सर्जरी की आवश्यकता पड़ सकती है। हालांकि, कई मामलों में गुर्दे की पथरी को बिना सर्जरी के घरेलू उपायों से भी ठीक किया जा सकता है।
इस ब्लॉग में हम गुर्दे की पथरी के घरेलू इलाज के बारे में बात करेंगे। इसके साथ ही हम पथरी के कारण, लक्षण और इससे बचने के उपायों पर भी विस्तृत जानकारी देंगे।
किडनी स्टोन या गुर्दे की पथरी क्या है? (Kidney Stone in Hindi)
किडनी स्टोन वह कठोर पदार्थ होते हैं जो गुर्दे में जमा हो जाते हैं। यह पथरी कैल्शियम, ऑक्सेलेट, यूरिक एसिड और फॉस्फेट जैसे तत्वों से मिलकर बनती है। जब इन तत्वों की मात्रा बढ़ जाती है और शरीर को पर्याप्त पानी नहीं मिलता, तो ये तत्व आपस में मिलकर गुर्दे में पथरी का रूप ले लेते हैं। पथरी का आकार छोटे से लेकर बड़े तक हो सकता है और यह कुछ मामलों में बहुत दर्दनाक हो सकती है।
गुर्दे की पथरी को सामान्य रूप से “Nephrolithiasis” कहा जाता है। यह पथरी मूत्र में मौजूद तत्वों से बनती है और जब यह गुर्दे से मूत्रवाहिनी के माध्यम से बाहर निकलने की कोशिश करती है तो यह अत्यंत दर्दनाक हो सकती है।
किडनी स्टोन या गुर्दे में पथरी क्यों होती है?
गुर्दे में पथरी बनने के कई कारण हो सकते हैं। यह समस्या जीवनशैली, आहार और शरीर की कुछ विशेष अवस्थाओं से प्रभावित होती है। इसके बनने के निम्नलिखित कारण हो सकते हैं:
- असंतुलित आहार: अधिक कैल्शियम, ऑक्सेलेट और यूरिक एसिड वाले आहार का सेवन करने से गुर्दे में पथरी बनने की संभावना बढ़ सकती है। उदाहरण के लिए अधिक मांसाहारी आहार, ज्यादा नमक, चॉकलेट और कुछ प्रकार की दवाइयां पथरी का कारण बन सकती हैं।
- पानी की कमी: अगर शरीर में पानी की कमी हो तो मूत्र में तत्वों का जमाव अधिक होता है जिससे पथरी बनने का खतरा बढ़ता है।
- विरासत (Family History): अगर परिवार में किसी सदस्य को किडनी स्टोन की समस्या है तो यह समस्या दूसरे सदस्यों में भी हो सकती है।
- उम्र और लिंग: किडनी स्टोन पुरुषों में अधिक आम है और यह 30 से 50 साल की उम्र के बीच अधिक पाया जाता है।
- मेटाबोलिक विकार: कुछ हॉर्मोनल या मेटाबोलिक विकार भी किडनी स्टोन का कारण बन सकते हैं जैसे कि उच्च रक्तचाप, थायरॉयड समस्या या मधुमेह।
- कुछ दवाइयां: कुछ दवाइयां जैसे कि कैल्शियम सप्लीमेंट्स, मूत्रवर्धक दवाएं और एंटीबायोटिक्स पथरी बनाने का कारण बन सकती हैं।
गुर्दे की पथरी के लक्षण (Kidney Stone Symptoms in Hindi)
गुर्दे की पथरी के लक्षण व्यक्ति के शरीर में पथरी के आकार और स्थान के आधार पर भिन्न हो सकते हैं। कुछ सामान्य लक्षण निम्नलिखित हो सकते हैं:
- गुर्दे में तेज दर्द (Renal Colic): जब पथरी गुर्दे से मूत्रवाहिनी में जाती है तो यह बहुत तेज दर्द का कारण बन सकती है। यह दर्द पीठ के निचले हिस्से, पेट और गुप्तांगों तक फैल सकता है।
- मूत्र में खून आना (Hematuria): पथरी के मूत्रवाहिनी में घर्षण होने के कारण मूत्र में खून आ सकता है।
- पेशाब में जलन: किडनी स्टोन के कारण पेशाब करते समय जलन और दर्द हो सकता है।
- पेशाब की रुकावट: यदि पथरी मूत्रवाहिनी में फंस जाए तो पेशाब में रुकावट हो सकती है।
- मूत्र का रंग बदलना: मूत्र का रंग गहरे लाल या गुलाबी हो सकता है जो कि खून के कारण होता है।
- बुखार और ठंड लगना: अगर पथरी के कारण संक्रमण हो जाए तो बुखार और ठंड लगने जैसे लक्षण हो सकते हैं।
किडनी स्टोन या गुर्दे की पथरी से बचने के उपाय (Kidney Stone Prevention in Hindi)
गुर्दे की पथरी से बचने के लिए कुछ महत्वपूर्ण उपाय निम्नलिखित हैं:
- पर्याप्त पानी पीना: एक स्वस्थ व्यक्ति को दिन में 8 से 10 गिलास पानी पीने की सलाह दी जाती है। इससे मूत्र में जमने वाले तत्वों की मात्रा कम हो जाती है और पथरी बनने का खतरा कम होता है।
- स्वस्थ आहार अपनाना: संतुलित आहार जिसमें कैल्शियम, मैग्नीशियम और पोटेशियम की उचित मात्रा हो, उसको अपने आहार में शामिल करना जरूरी है । अधिक सोडियम, चीनी और असंतुलित वसा का सेवन न करें।
- नमक और चीनी का कम सेवन: ज्यादा नमक और चीनी का सेवन गुर्दे की पथरी बनाने के कारण हो सकता है इसलिए इनका सेवन कम करना चाहिए।
- वजन नियंत्रण: अधिक वजन भी किडनी स्टोन के जोखिम को बढ़ाता है इसलिए स्वस्थ वजन बनाए रखें।
- आलस पूर्ण जीवनशैली से बचें: शारीरिक रूप से सक्रिय रहना जरूरी है। लंबे समय तक बैठे रहने से गुर्दे पर दबाव बढ़ सकता है जिससे पथरी बन सकती है।
गुर्दे की पथरी निकालने के घरेलू उपाय (Home Remedies for Kidney Stone in Hindi)
अगर आपको किडनी स्टोन की समस्या है और आप इसे बिना सर्जरी के हल करना चाहते हैं तो कुछ घरेलू उपाय हैं जो किडनी स्टोन को निकालने में मदद कर सकते हैं। निम्नलिखित घरेलू उपायों को अपना कर इस समस्या से निजात पाया जा सकता है:
सौंफ का मिश्रण
सौंफ में मूत्रवर्धक गुण होते हैं जो किडनी स्टोन को बाहर निकालने में मदद करते हैं। सौंफ का पानी उबालकर, ठंडा करके दिन में 2-3 बार पीने से पथरी बाहर निकल सकती है।
तुलसी
तुलसी के पत्तों में औषधीय गुण होते हैं। तुलसी के पत्तों का रस निकालकर उसमें शहद मिलाकर सेवन करने से किडनी स्टोन निकल सकता है। तुलसी के रस में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो पथरी को नष्ट करने में मदद करते हैं।
चौलाई की सब्जी
चौलाई की सब्जी भी गुर्दे के स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होती है। इसमें कैल्शियम और अन्य पोषक तत्व होते हैं जो पथरी को बाहर निकालने में मदद करते हैं।
बेलपत्र
बेलपत्र के पत्तों में पथरी को बाहर निकालने के गुण होते हैं। बेलपत्र को पीसकर शहद के साथ खाने से पथरी टूट सकती है।
विटामिन बी
विटामिन बी से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे ब्रोकोली, फूलगोभी और आलू पथरी को निकालने में मदद करते हैं।
इलायची का मिश्रण
इलायची में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो किडनी स्टोन को बाहर निकालने में सहायक होते हैं। इलायची को पानी में उबालकर सेवन करें।
पानी
पानी पीना किडनी स्टोन को बाहर निकालने का सबसे प्रभावी तरीका है। अधिक पानी पीने से पथरी को आसानी से बाहर निकाला जा सकता है।
नींबू और ऑलिव ऑयल का मिश्रण
नींबू और ऑलिव ऑयल के मिश्रण से पथरी टूटने में मदद मिलती है। यह पथरी को नरम कर देती है और शरीर से बाहर निकलने में मदद करती है।
सेब का सिरका
सेब का सिरका पथरी को नष्ट करने में मदद करता है। इसे पानी में मिला कर सेवन करने से किडनी स्टोन बाहर निकल सकता है।
अनार का जूस
अनार का जूस भी किडनी स्टोन के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो पथरी को बाहर निकालने में मदद करते हैं।
तरबूज
तरबूज में 90% पानी होता है जो किडनी स्टोन को बाहर निकालने में मदद करता है। इसे खाने से शरीर में पानी की कमी नहीं होती और पथरी बाहर निकल सकती है।
राजमा
राजमा में कैल्शियम और फाइबर होते हैं जो किडनी स्टोन को निकालने में सहायक होते हैं।
प्याज का पानी
प्याज का पानी भी पथरी को बाहर निकालने में मदद करता है। इसे उबालकर सेवन करें।
कॉर्न सिल्क (मकई)
कॉर्न सिल्क के गुण किडनी स्टोन को बाहर निकालने में मदद करते हैं। इसे पानी में उबालकर पीने से पथरी बाहर निकल सकती है।
व्हीट ग्रास
व्हीट ग्रास में बहुत सारे पोषक तत्व होते हैं जो किडनी स्टोन को नष्ट करने में मदद करते हैं।
खजूर
खजूर के सेवन से भी गुर्दे की पथरी बाहर निकल सकती है। यह प्राकृतिक रूप से पथरी को नरम करता है।
खीरा
खीरा पानी की कमी को दूर करता है और शरीर को हाइड्रेटेड रखता है जिससे पथरी को बाहर निकालने में मदद मिलती है।
निष्कर्ष
गुर्दे की पथरी एक सामान्य और दर्दनाक समस्या हो सकती है लेकिन इसे घरेलू उपायों और सही जीवनशैली से नियंत्रित किया जा सकता है। अगर पथरी का आकार बड़ा हो या दर्द बहुत अधिक हो तो चिकित्सा सहायता लेनी चाहिए। सही आहार, अधिक पानी पीना और नियमित व्यायाम से पथरी बनने की संभावना कम की जा सकती है।
Frequently Asked Questions (FAQs)
किडनी स्टोन के कारण तेज दर्द, मूत्र में खून, जलन और बुखार हो सकता है।
किडनी स्टोन के बाहर निकलने पर दर्द में राहत और पेशाब सामान्य हो जाता है।
किडनी स्टोन में उच्च ऑक्सेलेट, कैल्शियम और यूरिक एसिड वाले खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए।
पथरी का आकार और प्रकार के आधार पर कुछ दिनों से लेकर कुछ हफ्तों तक पथरी बाहर निकल सकती है।
अगर आपको पीठ में दर्द, पेशाब में खून या जलन महसूस हो रही है तो यह गुर्दे की पथरी का संकेत हो सकता है।
किडनी स्टोन के प्रमुख प्रकार कैल्शियम, यूरिक एसिड और स्ट्रवाइट स्टोन होते हैं।
पानी की कमी, असंतुलित आहार और कुछ दवाइयां किडनी स्टोन के कारण बन सकते हैं।
हाँ, यदि जीवनशैली और आहार में सुधार नहीं किया गया तो किडनी स्टोन का पुनरावृत्ति हो सकता है।
नहीं, कुछ छोटे स्टोन बिना किसी दर्द के बाहर निकल सकते हैं लेकिन बड़े स्टोन बहुत दर्दनाक हो सकते हैं।